Sunday, December 19, 2021

यंत्र मन्त्र तंत्र

 यंत्र मंत्र तंत्र 


# मूलचंद्र गौतम 

पहले अखबार में एक कालम नियमित छपता था यत्र-तत्र सर्वत्र।उसे पढे लिखे लोग बडे गौर से पढते थे क्योंकि उसमें सार्वजनिक और सर्वकालिक मुद्दों की बात होती थी।अब उसका नाम बदलने का समय आ गया है क्योंकि तमाम लोगों और जगहों के नाम बदलने का फैशन आ चुका है।पुराने सडे हुए ब्रांडों ने भी नये नये नामों से मार्केट को लूट लिया है।बाटा अब आउट ऑफ़ डेट बुड्ढों को त्याग कर हश पपीज बनकर युवाओं को लुभा रहा है।मक्खीचूस बुड्ढों को एक एक पैसा दाँत से पकड़कर चूसने की आदत थी इसीलिए उन्हें बाटा की निन्यानबे पैसे वाली कीमतें बडी पसंद थीं।बुड्ढा एक रुपये का नोट तुड़वाने से बचाने के चक्कर में तीन दिन भूखा रहना पसंद करता था ।अब काफी बर्गर में हजारों लुट जाते हैं।चमचमाते हुए युवा भिखारियों तक को पाँच पाँच सौ के नोट खेल खेल में ही लुटा देते हैं।यह नये दौर का सॉफ़्टवेयर है जो पुराने दौर के हार्डवेयर पर भारी है।अब जमाना ताकत का नहीं तकनीक का है।इसीलिए अब हर पुरानी चीज पर बुलडोजर चल रहा है।मॉल कल्चर में पुरानी खोकाछाप किराने और परचून की दुकान कैसे टिक पायेगी भला?
यही ट्रेंड अब व्यापार और राजनीति में चल रहा है।देसी पउए पर झूमने वाले माहौल में पीके ने धूम मचा दी है।अब झूम बराबर झूम को धूम मचाले धूम ने पीट दिया है।वैदिक ऋषि-मुनियों की जगह नेताओं और इवेंट मैनेजरों  ने ले ली है।चुनाव में नयी से नयी शब्दावली सामने आ रही है।मंथन महामंथन , विजय रथयात्रा, संकल्प से सिद्धि ,प्रतिज्ञा ,महामंत्र इत्यादि।अब वे अपने समर्थकों,कार्यकर्ताओं और वोटरों को ताबीजों की तरह जीत के मंत्र बांटते फिर रहे हैं यत्र योगेश्वर कृष्ण यत्र पार्थ धनुर्धर .....।हर बूथ पर यूथ की भर्ती जारी है जो जान लड़ाकर और देकर पार्टी को जितायेंगे। हिंसा की टीआरपी सबसे ऊपर है उसके बाद धर्म ,नशे और जाति का जुनून है।अब  जिस पार्टी और कम्पनी का यंत्र,मंत्र,तंत्र मजबूत होगा वही बहुराष्ट्रीय मैदान में टिक पायेगी,अन्यथा बडी मछली छोटियों को निगल जायेगी।
इस प्रोफेशनलिज्म की प्रतिस्पर्धा में घुटे और मंजे हुए खिलाड़ियों की जरूरत है।पुराने चाणक्य का नया अवतार हर तरह की जीत के मंत्रों से लैस है।अब मंत्र सिद्ध मामूली सी फुलझड़ी भी विपक्षियों के एटम बम पर भारी है।अब पप्पू की साइकिल की जगह रॉयल एन फील्ड ने ले ली है।बडे बडे फील्ड मार्शल जिसके आगे फेल हैं।न्यायमूर्ति तक विदेशी मोटरसाइकिलों के दीवाने हैं। अब रजाई गद्दे ,सिलेंडर,मोबाइल और लैपटॉप मात्र खिलौने हैं जिन्हें लेकर बच्चे भी नहीं बहलते ,फिर वोटर की क्या बात है ?

# शक्ति नगर,चंदौसी,सम्भल 244412
मोबाइल 9412322067

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