# मूलचन्द्र गौतम
सृष्टि के प्रारम्भ से ही देव
–दानवों की तरह संख्याओं को भी शुभ –अशुभ कोटि में डाला गया है .शुभ कार्यों में
पांच-ग्यारह ,इक्यावन ,एक सौ एक से लेकर एक खरब –नील –पद्म एक तक दिए जाने का
प्रावधान है तो घूस देने में ऐसी कोई पाबंदी नहीं है क्योंकि वहां तो मामला अनंत
और असंख्य का है .इसलिए जब घोटाले में छिहत्तर करोड़ रूपये तक की चर्चा होती है तो उसके आगे चेनलों को भी
एक लगाने की याद नहीं आती .हिंदुत्व इसे बदलेगा और हर संख्या के आगे एक लगाना
अनिवार्य बनाएगा रोमन में ओनली की तरह
.जैसे ओनली लगाने से आगे एक पैसा भी नहीं मिल सकता उसी तरह एक लगाने से भ्रष्ट
कमाई पर रोक लगाई जा सकती है .हिन्दुओं के अलावा देश में सब भ्रष्ट हैं
.अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक के बवाल से भी छुटकारा मिलेगा .समान नागरिक संहिता तभी
स्थापित होगी .दंगों में में भी मरनेवालों की गिनती सम्प्रदाय के आधार पर नहीं
होगी .
भारतीय जनमानस भावनाओं में बह जाने के लिए बदनाम है .हम हर काम अतिवाद
पर जाकर करना पसंद करते हैं –भले हमारे समझदार पुरखे लाख बार समझाते रहें कि –अति का
भला न बोलना ,अति की भली न चूप...अति सर्वत्र वर्जयेत के बावजूद हमें बीच में
त्रिशंकु की तरह लटकना पसंद नहीं .सूपड़ा साफ नॉट हाफ .इसीलिए हमें तीसरा मोर्चा
कभी पसंद नहीं आया .जब देखो तब तीन तिफरका.हम तो सम्विधान संशोधन तक करने को तैयार
हैं कि तीन के अंक को संख्याओं से ही बाहर कर दिया जाय .न रहेगा बांस न बजेगी
बांसुरी .
हाल ही में तीसरे मोर्चे के कर्णधारों ने समधी -समधी का खेल शुरू किया
है ताकि दूसरी ताकत का खेल बिगड़ जाये .समधनें तक कमर कसकर मैदान में हैं –सत्ता
संतुलन के लिए .दूसरी ताकत के दामाद का ही खड़ा बखेड़ा नहीं सिमट रहा तो बहू लाने की
हिम्मत ही नहीं पड़ रही .इसलिए देश में आमूलचूल परिवर्तन का ठेका कोई लेने को तैयार
नहीं .विपक्ष का कोई एक नेता नहीं .ऐसे में सत्ताधारियों की बल्ले –बल्ले होनी ही
है .क्योंकि पिच बल्लेबाजों के हिसाब से बनी है .यह बात अलग है कि सत्ताधारियों
में से ही कुछ बल्लेबाज बालर बन जाएँ और कैप्टन को ही क्लीन बोल्ड कर दें .
जब से सिद्धू ने कामेडी का मोर्चा सम्भाला है तब
से तो देश में पार्टी की लोकप्रियता में भारी इजाफा हुआ है .इससे कपिल शर्मा भी
कहीं से चुनाव लड़ने की जुगत में है .ट्रेजड़ी को पसंद ही कौन करता है .हर समय मनहूस
–रोनी सूरत बनाये रहने वालों को मसखरी जनता वैसे भी पसंद नहीं करती .जब मसखरे देश
के नेता बन जायेंगे तो अच्छे दिन बिन बुलाये मेहमान की तरह अपने आप आ जायेंगे
,बल्कि घर –घर जाकर दस्तक देंगे कि लो हम आ गये –अब हमें हंस - हंसकर झेलो .तो
दोस्तों आने वाले दिन कोमेडी के होंगे .अच्छा है आप भी अपना किरदार तलाश लें
.परिणाम के अनुसार आपका मंत्रालय पक्का .जो चाहोगे वही मिलेगा .जनता ही हमारी
कामधेनु और कल्पवृक्ष है .उसे जितना बेवकूफ बनाओगे उतना बड़ा फल पाओगे .
# शक्तिनगर, चन्दौसी, संभल 244412
मोबाइल 8218636741
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