Saturday, January 7, 2023

ब्रेड की बेइज्जती

ब्रेड की बेइज्जती

# मूलचन्द्र गौतम

प्राचीन ऋषि मुनियों ने अन्न में ब्रह्म के दर्शन यों ही नहीं किये थे ।अन्नाद भवन्ति भूतानि के तर्क से अन्न सृष्टि का मूल कारण है।इसीलिए अन्नदान परम दान है। जैसा खाये अन्न वैसा बने मन । पुराने जमाने में बस और ट्रकों के पीछे लिखा रहता था - कर कमाई नेक बन्दे मुफ्त खाना छोड़ दे ....गुरुद्वारों में चलने वाले लंगरों और भंडारों से जाने कितने ही भूखों का पेट भरता है तो भरे पेट वालों को सेवा का सुख मिलता है।यहाँ ऊँच नीच का कोई भेद नहीं होता।यह वास्तविक अध्यात्म है।सुबह सुबह अनेक धर्मावलंबी जीव जंतुओं को खिलाने का पुण्य लूटते हैं।कोरोना काल में यह सेवा भाव पूरे जोरों पर था ।अन्न के साथ आक्सीजन के दान ने अनेक को जीवन दिया ।अन्नपूर्णा अक्षयपात्र धरती सबका पेट भरती है जबकि लालच एक का भी पूरा नहीं कर सकती।

भारत में अन्न के सम्मान की इसी परंपरा ने बड़ा कल्याण किया है।रोटी और बेटी का सम्बंध सबसे ज्यादा पवित्र था ।यह संबंध हरेक के साथ नहीं हो सकता । अपने और पराये की पहचान का माध्यम था यह सामाजिक रिश्ता । मिल बाँटकर खाने की सनातन रीति धर्म का आधार है।भूखे भजन न होय गोपाला  के सिद्धांत ने  भूख को भजन से ज्यादा महत्वपूर्ण माना और बुभुक्षित के पापी पेट को भरने के सारे गुनाह माफ कर दिये।जेल में भी भूखा किसी को नहीं रखा जाता ।अन्न के अपव्यय और दुरुपयोग की अनुमति किसी को नहीं है । हमारे पिताजी मट्ठे के बेले को भी धोकर पी जाते थे ।जूठन छोड़ना सबसे बड़ा गुनाह है उसे खाना अमानवीय यातना।इसीलिए  चूल्हे से निकली सबसे पहली रोटी गाय को दी जाती थी और आखिरी बनाने वाली की होती थी ।

लेकिन असल बबाल तब से शुरू हुआ है जबसे रोटी डबल रोटी उर्फ  ब्रेड बनी है।अभिजात वर्ग इस ब्रेड की ऊपर नीचे की  पपड़ी और किनारों को खाना बेइज्जती समझता है जैसे ये समाज के बहिष्कृत हिस्से हों ।  घर में काम करने वालों के आगे फेंके जाते हैं ये अपविष्ट जैसे मलाई और  बटर पर इन हिस्सों का कोई अधिकार ही नहीं।ठीक यही नफरत अभिजात  वर्ग को सरकारी नौकरियों में जातिगत आरक्षण से है।वर्ग की राजनीति करने वाले भी जाति का भरपूर उपयोग करते हैं। इसी वोट बैंक ने जाति को बचा रखा है अन्यथा जाति तोड़ो आंदोलन कब का सफल हो गया होता।
हर बात पर नाक भौं सिकोड़ना अभिजात की आदत बन चुकी है लेकिन हर बात में पाकिस्तान को घुसेड़ना तो समस्या का अंतिम हल नहीं हो सकता।
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